Tata Power Company लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में मजबूत नतीजे दर्ज किए, जिससे कई प्रमुख ब्रोकरेज हाउस का नजरिया बदला है। Tata Power Company की हालिया वित्तीय वृद्धि, कैपेक्स, और ग्रीन एनर्जी निवेश योजनाओं ने इसके शेयर की क्षमता को और मजबूत किया है। इस समय करेक्शन फेज में चल रहे शेयर बाजार में, टाटा पावर जैसे स्टॉक्स ने स्पेसिफिक एक्शन में तेजी दिखाई है। आइए, जानते हैं Tata Power Company के इस प्रदर्शन के प्रमुख कारण और ब्रोकरेज फर्मों की प्रतिक्रिया।
Tata Power Company के नतीजों की मुख्य बातें
कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट: Tata Power Company ने Q2FY25 में साल-दर-साल 6% की बढ़त के साथ 926.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया।
रेवेन्यू: कंपनी का रेवेन्यू 15,697.7 करोड़ रुपये रहा, जो मानसून में कम उत्पादन राजस्व के कारण स्थिर रहा।
EBITDA: Tata Power Company का EBITDA 23% की बढ़त के साथ 3,808 करोड़ रुपये तक पहुंचा।
स्वच्छ ऊर्जा क्षमता: Tata Power Company का कुल उत्पादन पोर्टफोलियो 15 गीगावाट के स्तर को पार कर गया है, जिसमें से 12.9 गीगावाट स्वच्छ ऊर्जा पर आधारित है।
कैपेक्स: Q2FY25 में लगभग 5,200 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय हुआ, जबकि पूरे वित्त वर्ष के लिए योजना 20,000 करोड़ रुपये की है।
ब्रोकरेज हाउस के नजरिए में बदलाव
Tata Power Company के मजबूत नतीजों के बाद कई प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने इसके शेयर पर सकारात्मक दृष्टिकोण दिया है। इनमें से कुछ प्रमुख विचार निम्नलिखित हैं:
- एलारा सिक्योरिटीज: एलारा सिक्योरिटीज ने टाटा पावर की ट्रांसमिशन, पावर डिस्ट्रीब्यूशन और ग्रीन एनर्जी सेगमेंट में किए गए कैपेक्स को कंपनी की ग्रोथ के लिए फायदेमंद माना है। उन्होंने टाटा पावर का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 518 रुपये कर दिया है और इसकी रेटिंग ‘एक्यूमुलेट’ से बढ़ाकर ‘बाय’ कर दी है।
- मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और जेएम फाइनेंशियल: इन फर्मों ने भी कंपनी के प्रदर्शन को सकारात्मक रूप से आंका है और अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग को बनाए रखा है।
- मॉर्गन स्टेनली: मॉर्गन स्टेनली ने टाटा पावर पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग के साथ 577 रुपये का उच्चतम टारगेट प्राइस दिया है। उनके अनुसार, कंपनी का ग्रोथ प्रोस्पेक्ट मजबूत है और ग्रीन एनर्जी में उसका बढ़ता पोर्टफोलियो भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकता है।
ग्रीन एनर्जी पर फोकस और भविष्य की संभावनाएं
Tata Power Company का स्वच्छ ऊर्जा पोर्टफोलियो तेजी से बढ़ रहा है, जो 12.9 गीगावाट से अधिक है। कंपनी का टारगेट आने वाले वर्षों में इस क्षमता को और बढ़ाने का है, जिसमें 6.4 गीगावाट पहले से ऑपरेशनल और 6.5 गीगावाट निर्माणाधीन है। यह टाटा पावर की उन योजनाओं का हिस्सा है जो ग्लोबल एनर्जी ट्रांजिशन में भारत की भागीदारी को मजबूत करेंगी और इसके पर्यावरणीय लक्ष्यों को भी साधेंगी।
पूंजीगत व्यय और भविष्य की योजनाएं
Tata Power Company ने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 9,100 करोड़ रुपये का कैपेक्स खर्च किया है, और पूरे वर्ष के लिए इसका लक्ष्य 20,000 करोड़ रुपये है। यह कैपेक्स कंपनी के विकास के प्रमुख क्षेत्रों – ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और रिन्यूएबल्स में केंद्रित है, जो आने वाले समय में कंपनी के राजस्व और मुनाफे को बढ़ा सकते हैं।
निष्कर्ष
टाटा पावर ने अपनी तिमाही नतीजों में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, जिससे कई ब्रोकरेज हाउसों का भरोसा इस पर बढ़ा है। कंपनी का रिन्यूएबल और पारंपरिक ऊर्जा में संतुलित निवेश और भविष्य की ग्रोथ प्लानिंग इसे भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम बना रही है। इन कारणों से, टाटा पावर का शेयर, मौजूदा स्तरों से 17% तक का अपसाइड दिखा सकता है, और निवेशकों के लिए इस समय ‘खरीदें’ रेटिंग का प्रस्ताव देता है।
अर्थात, टाटा पावर उन निवेशकों के लिए आकर्षक स्टॉक है जो लॉन्ग-टर्म में स्थिर और बढ़िया रिटर्न की संभावना तलाश रहे हैं।
डिस्क्लेमर
स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है