दिग्गज निवेशक Ramesh Damaniका मानना है कि आने वाले 3 से 5 सालों में दो खास थीम पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए: डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और फार्मा सेक्टर। Ramesh Damani की इस सोच के पीछे की वजहों को स्पष्ट किया है और कहा है कि इन क्षेत्रों में उभरते अवसरों के कारण वे दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त हो सकते हैं।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश की संभावनाएं
Ramesh Damani ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया है। Ramesh Damani कहना है कि भारत ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है, और इसके उदाहरण हैं हाईवे निर्माण से लेकर PAN कार्ड जारी करने जैसी सेवाएं, जो अब तेजी से डिजिटल हो रही हैं। इस बदलाव से डिजिटल सेवाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े स्टॉक्स निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं।
Ramesh Damani का मानना है कि इस क्षेत्र में कुछ कंपनियाँ उचित वैल्यूएशन पर और सामान्य मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ ट्रेड कर रही हैं। उनका फोकस केवल प्राइस-टू-अर्निंग्स रेश्यो पर आधारित नहीं है, बल्कि वे उन कंपनियों की ओर देख रहे हैं जो भविष्य में बेहतर संभावनाएँ दर्शाती हैं। आने वाले वर्षों में जैसे-जैसे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, वैसे-वैसे इन कंपनियों की वैल्यू भी बढ़ेगी और निवेशकों को इसका लाभ मिल सकता है।
फार्मा सेक्टर पर नजर
फार्मा सेक्टर भी दमानी के लिए एक आकर्षक निवेश का क्षेत्र है। Ramesh Damani कहना है कि इस क्षेत्र में कई बदलाव हो रहे हैं, जिनसे यह आने वाले वर्षों में और मजबूत हो सकता है। फार्मा सेक्टर में नई तकनीकों और अनुसंधान पर जोर बढ़ रहा है। कोविड-19 के बाद से हेल्थकेयर और फार्मा कंपनियों का महत्व बढ़ा है और भारत में इस क्षेत्र को सरकार का भी समर्थन मिल रहा है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में बढ़ते निवेश और अनुसंधान ने इसे एक आशाजनक क्षेत्र बना दिया है।
सरकार के खर्च बढ़ाने की संभावना और अर्निंग्स को लेकर चिंता
दमानी को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही खर्च बढ़ा सकती है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार में तेजी ला सकता है। वे मानते हैं कि इससे इन्वेस्टर्स को फायदा होगा, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में कुछ अनिश्चितता है। हालांकि, वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कंपनियों की अर्निंग्स में हाल में सुस्ती देखी जा रही है। लेकिन, उनका मानना है कि यह अस्थायी समस्या है और दीर्घकाल में बाजार इस सुस्ती से उबर जाएगा।
निष्कर्ष
रमेश दमानी का यह दृष्टिकोण यह दर्शाता है कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और फार्मा सेक्टर भारत में आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से होंगे। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि वे लंबी अवधि के लिए इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करें। दमानी का यह अनुमान है कि डिजिटल सेवाओं में सुधार और फार्मा में नए विकास से जुड़े ये दोनों क्षेत्र निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न ला सकते हैं।
डिस्कलेमर
स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं।बाजार की अस्थिरता के कारण निवेश में नुकसान भी हो सकता है। इसलिए निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है