Ganesh Infraworld IPO 2024: Investment (निवेश) का नया अवसर

गणेश इंफ्रावर्ल्ड (Ganesh Infraworld) का आईपीओ 29 नवंबर 2024 को खुलने जा रहा है और यह 4 दिसंबर 2024 तक खुला रहेगा। कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड 78 रुपये से 83 रुपये प्रति शेयर तय किया है। यह आईपीओ एसएमई (Small and Medium Enterprises) सेगमेंट का हिस्सा है और इसे एनएसई एसएमई (NSE SME) पर लिस्ट किया जाएगा।

IPO की प्रमुख जानकारी

  1. ओपनिंग और क्लोजिंग डेट:

ओपनिंग डेट: 29 नवंबर 2024

क्लोजिंग डेट: 4 दिसंबर 2024

  1. प्राइस बैंड:

78 रुपये से 83 रुपये प्रति शेयर।

  1. लॉट साइज:

1600 शेयरों का एक लॉट।

न्यूनतम निवेश: ₹1,32,800 (1600 शेयर x ₹83)।

  1. आईपीओ साइज:

कुल इश्यू साइज: 98.58 करोड़ रुपये।

कंपनी 118.77 लाख फ्रेश शेयर जारी करेगी।

  1. रिजर्वेशन:

50% हिस्सा क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए आरक्षित।

35% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए।

15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NIIs) के लिए।

  1. लीड मैनेजर:

विव्रो फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड।

Ganesh Infraworld का परिचय

Ganesh Infraworld की स्थापना 2017 में हुई थी। यह कंपनी इंडस्ट्रियल, आवासीय, और गैर-आवासीय कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करती है। इसके अलावा, कंपनी रेलवे, रोड, पावर प्रोजेक्ट्स और वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट्स में भी काम करती है।

कंपनी के प्रमोटर्स

विभोर अग्रवाल

रुचिता अग्रवाल

वित्तीय प्रदर्शन

Ganesh Infraworld ने वित्तीय वर्ष 2024 में शानदार वृद्धि दर्ज की है:

  1. रेवेन्यू:

वित्त वर्ष 2023 की तुलना में वित्त वर्ष 2024 में 116% की वृद्धि।

  1. शुद्ध लाभ (Net Profit):

टैक्स भुगतान के बाद लाभ में 198% की वृद्धि।

कंपनी की मजबूती

कंपनी का मुख्य फोकस डायवर्सिफाइड प्रोजेक्ट्स पर है, जो इसे स्थिर और लाभदायक बनाता है।

इंडस्ट्रियल और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की बढ़ती मांग, कंपनी के लिए लाभकारी साबित हो सकती है।

निवेश का मूल्यांकन

पॉजिटिव पहलू

  1. एसएमई सेगमेंट में अच्छी संभावनाएं:
    एसएमई आईपीओ का आकर्षण लगातार बढ़ रहा है, खासकर उन कंपनियों के लिए जिनका वित्तीय प्रदर्शन मजबूत है।
  2. तेजी से बढ़ता कारोबार:
    कंपनी के राजस्व और मुनाफे में उच्च वृद्धि दर निवेशकों के लिए भरोसेमंद संकेत देती है।
  3. विस्तृत प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो:
    रेल, सड़क, बिजली और जल आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में कंपनी का अनुभव इसे और आकर्षक बनाता है।
  4. अनुकूल सेक्टर ग्रोथ:
    भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए सरकारी समर्थन और निवेश की संभावनाएं बेहतर हैं।

चुनौतियां और जोखिम

  1. एसएमई आईपीओ की प्रकृति:
    एसएमई आईपीओ अक्सर बड़े आईपीओ की तुलना में अधिक जोखिमभरा होता है, क्योंकि इनमें तरलता (Liquidity) कम होती है।
  2. उच्च निवेश राशि:
    निवेशकों को लॉट के आधार पर ₹1,32,800 की बड़ी राशि लगानी होगी।
  3. बाजार जोखिम:
    इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बाजार की अस्थिरता का सीधा प्रभाव पड़ सकता है।

क्या निवेश करना चाहिए?

Ganesh Infraworld का आईपीओ उन निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है जो:

  1. एसएमई सेक्टर में संभावनाएं तलाश रहे हैं।
  2. लंबे समय तक निवेश बनाए रखने की क्षमता रखते हैं।
  3. बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भागीदार बनना चाहते हैं।

हालांकि, छोटे निवेशकों और कम जोखिम पसंद करने वाले लोगों को निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना चाहिए। लिंक

निष्कर्ष

Ganesh Infraworld आईपीओ एक मजबूत वित्तीय पृष्ठभूमि और तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी का प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि, एसएमई आईपीओ के जोखिम को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को इसे अपने पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन के हिस्से के रूप में देखना चाहिए।

Disclaimer:

यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश से पहले योजना से जुड़े दस्तावेज पढ़ें और किसी वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

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