ITC ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) के नतीजे पेश कर दिए हैं, जो कि कंपनी के प्रदर्शन के बारे में एक महत्वपूर्ण तस्वीर पेश करते हैं। इस तिमाही में कंपनी का स्टैंडअलोन आय 13.7% की वृद्धि के साथ 19,328 करोड़ रुपये हो गया, जो कि एक मजबूत संकेत है कि कंपनी ने अपने कारोबार में विस्तार किया है। हालांकि, कंपनी के स्टैंडअलोन मुनाफे में 3.3% की मामूली वृद्धि दर्ज की गई, जिससे कंपनी का मुनाफा 5,078 करोड़ रुपये हो गया।
ITC का EBITDA (Earnings Before Interest, Taxes, Depreciation, and Amortization) 0.6% की मामूली वृद्धि के साथ 6,335 करोड़ रुपये तक पहुंचा। हालांकि, EBITDA मार्जिन में कमी देखी गई, जो कि 37% से घटकर 32.8% पर आ गई। यह संकेत देता है कि कंपनी की लाभप्रदता थोड़ी कमजोर हुई है, जो संभावित रूप से बढ़ती लागत या अन्य बाहरी कारकों का परिणाम हो सकता है।
ITC का अधिग्रहण निर्णय
ITC के बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, रसेल क्रेडिट लिमिटेड (RCL) के माध्यम से ईआईएच लिमिटेड और एचएलवी लिमिटेड के इक्विटी शेयरों को अधिग्रहित करने को मंजूरी दी है। इस अधिग्रहण के तहत, ईआईएच लिमिटेड के 1,52,32,129 इक्विटी शेयर 2 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर और एचएलवी लिमिटेड के 34,60,829 इक्विटी शेयर 21 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर अधिग्रहित किए गए हैं। इस कदम का उद्देश्य ITC की इन कंपनियों में शेयरधारिता को समेकित करना है, जिससे कंपनी का ईआईएच में 16.13% और एचएलवी में 8.11% शेयर होल्डिंग हो जाएगी।
इसके अलावा, ITC ने RCL से ग्रीनएकर होल्डिंग्स लिमिटेड की संपूर्ण शेयर पूंजी को भी अधिग्रहित करने का निर्णय लिया है। यह कंपनी एक गैर-सूचीबद्ध इकाई है और RCL की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। इस अधिग्रहण के बाद, ITC की होल्डिंग्स में और मजबूती आने की उम्मीद है।
शेयर बाजार में प्रदर्शन
ITC का प्रदर्शन शेयर बाजार में भी महत्वपूर्ण रहा है। कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 528.55 रुपये और निचला स्तर 399.30 रुपये दर्ज किया गया। हालांकि, पिछले एक महीने में ITC के शेयरों में लगभग 8.43% की गिरावट आई है। लेकिन अगर छह महीने के प्रदर्शन को देखा जाए, तो कंपनी ने 10.03% का रिटर्न दिया है, जो कि निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। एक साल के दौरान स्टॉक ने 8.26% का रिटर्न दिया है।
विश्लेषण और भविष्य की संभावना
ITC के Q2 नतीजे यह दर्शाते हैं कि कंपनी ने मजबूत राजस्व वृद्धि दिखाई है, हालांकि मुनाफे और मार्जिन में हल्की गिरावट देखी गई है। EBITDA मार्जिन में गिरावट कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक हो सकता है, जिसे संभालने की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही, कंपनी का अधिग्रहण निर्णय उसके दीर्घकालिक विकास और बाजार में विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम हो सकता है।
हालांकि, शेयर बाजार में हाल ही में आई गिरावट निवेशकों के लिए थोड़ी चिंता का विषय हो सकती है, लेकिन ITC के दीर्घकालिक रिटर्न और उसके विस्तार की योजनाएं यह संकेत देती हैं कि कंपनी में अभी भी निवेशकों के लिए संभावनाएं हैं।
डिस्क्लेमर
शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। इस आर्टिकल का उद्देश्य वित्तीय साक्षरता प्रदान करना है, यह निवेश की सलाह नहीं है, कृपया निवेश से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से परामर्श अवश्य कर लें।