लेबनान में Israel सैन्य मिशन और गाज़ा में हमास के खिलाफ जारी संघर्ष के बीच एक चौंकाने वाली खबर ने सभी का ध्यान खींचा है। अमेरिका से लीक हुए खुफिया दस्तावेजों के अनुसार, Israel संभवतः ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी की दो अत्यधिक गोपनीय रिपोर्टें लीक हुई हैं, जिनमें Israel की सेना की ईरान पर हमले की योजना का जिक्र किया गया है। ये दस्तावेज़ अमेरिकी नेशनल जियोस्पैटिक-इंटेलीजेंस एजेंसी (NGA) से लीक हुए हैं, जो सैटेलाइट से प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करती है।
लीक हुए दस्तावेज़ों की मुख्य बातें
15 और 16 अक्टूबर की तारीख वाले इन दस्तावेज़ों को ईरान समर्थक तत्वों ने टेलीग्राम पर साझा किया है। इनमें Israel सेना की सैटेलाइट तस्वीरें हैं, जो यह इशारा करती हैं कि Israel संभवतः ईरान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। Israel पहले से ही गाज़ा पट्टी और लेबनान में सैन्य अभियान चला रहा है, जिसमें हमास के कई बड़े नेताओं को निशाना बनाया जा चुका है। इस पूरे घटनाक्रम में ईरान का भी खास दखल है, जो लगातार हमास और लेबनान में हिज़बुल्लाह का समर्थन कर रहा है।
इन लीक दस्तावेज़ों में से एक का शीर्षक है: “इजरायल: एयर फोर्स की ईरान पर हमले की तैयारी”। इसमें Israel के हालिया सैन्य अभ्यासों का ज़िक्र किया गया है, जिसमें हवा में विमान में ईंधन भरने की प्रैक्टिस, तलाशी और बचाव अभियान, और मिसाइल रक्षा प्रणाली को नए स्थानों पर स्थापित करने की तैयारियां शामिल हैं। इसका स्पष्ट संकेत है कि इजरायल अपने हमले की योजना को अंजाम देने के लिए व्यापक तैयारी कर रहा है। हालांकि, इन दस्तावेजों में इजरायल की पूरी रणनीति का स्पष्ट खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इजरायली सैन्य गतिविधियों की ये तैयारी ईरान पर संभावित हमले की ओर इशारा करती है।
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव
इससे पहले, 1 अक्टूबर को ईरान ने इजरायल पर मिसाइलें दागी थीं, जिसे Israel ने गंभीरता से लिया है और अब माना जा रहा है कि वह इसका बदला लेने के लिए तैयार है। वर्तमान में, इजरायल लगातार गाजा और लेबनान में सक्रिय है, और उसकी नजरें अब ईरान पर हो सकती हैं। इस प्रकार, यह लीक इस ओर इशारा करता है कि Israel & Iran के बीच तनाव और भी बढ़ सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।
अमेरिकी प्रतिक्रिया
दस्तावेजों के लीक होने के बाद अमेरिकी प्रशासन में हलचल मच गई है। कुछ अमेरिकी अधिकारी इस लीक को मामूली बताने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि अन्य अधिकारी इसे मिडिल ईस्ट में संभावित तनाव का संकेत मानते हुए चिंतित हैं। इस मुद्दे पर जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से जर्मनी दौरे के दौरान पूछा गया, तो उन्होंने संक्षेप में “हां” कहा, लेकिन इस पर विस्तार से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
अमेरिकी पेंटागन, खुफिया एजेंसियां, और एफबीआई अब इस बात की जांच कर रही हैं कि यह लीक कहां से और कैसे हुआ। प्रारंभिक संकेतों के मुताबिक, इसे किसी निचले स्तर के अमेरिकी अधिकारी से लीक किया गया हो सकता है। इस बात की भी जांच हो रही है कि क्या कुछ और दस्तावेज लीक हो सकते हैं।
क्षेत्रीय प्रभाव
इजरायल की यह सैन्य तैयारी और दस्तावेजों का लीक होना मिडिल ईस्ट में तनाव को और बढ़ा सकता है। ईरान और इजरायल पहले से ही एक-दूसरे के खिलाफ खुले तौर पर बयानबाजी कर रहे हैं, और इन दस्तावेजों से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में यह संघर्ष और गंभीर रूप ले सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इजरायल ईरान पर हमला करता है, तो इससे पूरे मिडिल ईस्ट में युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है, जिससे वैश्विक स्तर पर भी इसके परिणाम देखे जा सकते हैं।
निष्कर्ष
लीक हुए दस्तावेज़ों ने इजरायल और ईरान के बीच संभावित सैन्य संघर्ष की संभावना को और गहरा कर दिया है। हालांकि इजरायल की पूरी योजना का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन उसके सैन्य अभ्यास और तैयारियों से यह साफ है कि वह ईरान के खिलाफ बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के लिए यह लीक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, और इससे मिडिल ईस्ट में शांति और स्थिरता को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है।