Bajaj Housing Finance : लॉक इन पीरियड खत्म होने के बाद Bajaj Housing Finance के शेयरों में बड़ी गिरावट 2024

नई दिल्ली: इस साल का सबसे बड़ा आईपीओ पेश करने वाली Bajaj Housing Finance के शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस गिरावट का मुख्य कारण कंपनी के शेयरों की लॉक-इन अवधि का समाप्त होना बताया जा रहा है। सोमवार को Bajaj Housing Finance के शेयरों की कीमत 150.88 रुपये के स्तर पर खुली, जो शुक्रवार की बंद कीमत भी थी, लेकिन शुरुआती कारोबार के कुछ समय बाद शेयर की कीमत गिरकर 141.58 रुपये हो गई, जो कि लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट को दर्शाता है।

लॉक-इन पीरियड खत्म होने का Bajaj Housing Finance के शेयरों पर प्रभाव

किसी कंपनी के आईपीओ के बाद, प्रमुख निवेशकों को एक निश्चित अवधि तक अपने शेयर बेचने पर रोक लगाई जाती है, जिसे “लॉक-इन पीरियड” कहा जाता है। यह अवधि इसलिए लागू की जाती है ताकि अचानक बड़ी मात्रा में शेयर बिक्री से बाजार में अस्थिरता न पैदा हो और कंपनी के शेयरों की कीमत स्थिर रह सके।

Bajaj Housing Finance के मामले में, लॉक-इन पीरियड समाप्त होने के बाद लगभग 12.6 करोड़ शेयर अब खुले बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हो गए हैं। रिसर्च फर्म नुवामा अल्टरनेटिव एंड क्वांटिटेटिव रिसर्च के अनुसार, यह 12.6 करोड़ शेयर कंपनी के कुल बकाया शेयरों का 2% हिस्सा है। इस बड़े हिस्से के बाजार में आने से कीमतों पर दबाव पड़ा है, और यह शेयर की गिरावट का एक प्रमुख कारण बना है।

लॉक-इन पीरियड की अवधि:

आमतौर पर, आईपीओ के बाद निवेशकों के लिए लॉक-इन पीरियड छह महीने की होती है, लेकिन इसे कभी-कभी एक साल तक भी बढ़ाया जा सकता है। इस अवधि का उद्देश्य प्रमोटरों और प्रमुख निवेशकों जैसे एंकर निवेशकों को अपने शेयर रखने के लिए प्रोत्साहित करना है, ताकि कंपनी की दीर्घकालिक वृद्धि को बल मिले। इस अवधि के खत्म होते ही प्रमुख निवेशकों के पास अपने शेयर बेचने की स्वतंत्रता होती है, जिससे स्टॉक पर बिकवाली का दबाव बढ़ता है, जैसा कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के मामले में देखा गया।

Bajaj Housing Finance in hindi

हाई से 35% गिरा स्टॉक:

Bajaj Housing Finance के शेयरों ने अपने 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 188.50 रुपये पर बनाया था, जबकि इसका न्यूनतम स्तर 130.35 रुपये रहा है। पिछले एक महीने में इस स्टॉक में लगभग 35 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो शेयरधारकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है।

आगे का परिदृश्य:

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट अस्थायी हो सकती है क्योंकि लॉक-इन पीरियड के समाप्त होने के बाद आमतौर पर शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा जाता है। हालांकि, Bajaj Housing Finance के दीर्घकालिक प्रदर्शन और बाजार के मूड पर निर्भर करेगा कि शेयरों की कीमत फिर से स्थिर होगी या और गिरावट का सामना करेगी।

इस समय, Bajaj Housing Finance के निवेशकों के लिए धैर्य बनाए रखना आवश्यक है और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से निवेश के फैसले लेना चाहिए। दीर्घ कलिक दृष्टिकोण से Bajaj Housing Finance निवेश एक लिए एक बेहतर शेयर हो सकता है।

डिस्‍क्‍लेमर:

शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। इस आर्टिकल का उद्देश्य वित्तीय साक्षरता प्रदान करना है, यह निवेश की सलाह नहीं है, कृपया निवेश से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से परामर्श अवश्य कर लें।

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