Active income vs Passive income 2024 जानिए दोनो में क्या है अंतर

Active income vs Passive income दोनों प्रकार की आय होती हैं, लेकिन इनकी उत्पत्ति के तरीके और इनमें लगने वाला समय व प्रयास अलग-अलग होते हैं। आइए इन दोनों को विस्तार से समझते हैं:

Active Income (सक्रिय आय):

    Active Income वह आय होती है जो आपको सीधे किए गए काम के बदले मिलती है। इसमें आपको काम करने के लिए समय और मेहनत लगानी पड़ती है। इसका मतलब है कि जब तक आप काम करते हैं, तब तक ही आपको आय मिलती है। जैसे:

    नौकरी (Job): इसमें आप किसी कंपनी में काम करते हैं और हर महीने वेतन पाते हैं।

    फ्रीलांसिंग (Freelancing): इसमें आपको किए गए काम के आधार पर भुगतान मिलता है, जैसे किसी प्रोजेक्ट पर काम करना।

    व्यवसाय (Business): अगर आप स्वयं का व्यवसाय चला रहे हैं और उसमें सक्रिय रूप से जुड़े हैं, तो वह भी Active Income का हिस्सा है।

    मुख्य विशेषताएं:

    काम और समय के आधार पर ही आय होती है।

    जब आप काम बंद करते हैं, तो आय भी रुक जाती है।

    इसमें तत्काल मेहनत और समय देना आवश्यक है।

    उदाहरण: एक डॉक्टर अपनी क्लिनिक में मरीजों को देखकर पैसे कमाता है। जैसे ही वह मरीज देखना बंद कर देगा, उसकी आय भी रुक जाएगी। यही Active Income है।

    Passive Income (निष्क्रिय आय):

      Passive Income वह आय होती है जिसमें आपको बार-बार काम करने की ज़रूरत नहीं होती। एक बार जब आपने अपनी आय का स्रोत तैयार कर लिया, तो वह बिना अधिक समय या मेहनत के आपको लगातार आय देती रहती है। जैसे:

      प्रॉपर्टी किराया (Rental Income): अगर आपके पास एक मकान है जिसे आप किराये पर देते हैं, तो आपको बिना किसी अतिरिक्त काम के हर महीने किराये की आय मिलती रहती है।

      स्टॉक्स और डिविडेंड्स (Stocks and Dividends): अगर आपने किसी कंपनी के शेयर खरीदे हैं और वह कंपनी मुनाफा कमाती है, तो आपको उसके मुनाफे का हिस्सा (डिविडेंड्स) मिलता है।

      रॉयल्टी (Royalties): यदि आपने कोई किताब लिखी है या संगीत तैयार किया है, तो उसकी बिक्री से आपको रॉयल्टी के रूप में नियमित आय मिलती रहती है।

      अन्य निवेश (Other Investments): म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स आदि में निवेश से मिलने वाली ब्याज या लाभांश भी Passive Income का हिस्सा होते हैं।

      मुख्य विशेषताएं:

      शुरू में थोड़ा अधिक मेहनत या निवेश की जरूरत होती है, लेकिन उसके बाद कम या बिना मेहनत के आय मिलती रहती है।

      यह लंबे समय तक चलता रहता है, भले ही आप सक्रिय रूप से काम न कर रहे हों।

      Passive Income के स्रोत आमतौर पर निवेश, संपत्ति या रचनात्मक कार्य होते हैं।

      उदाहरण: अगर कोई व्यक्ति अपनी लिखी हुई किताब की बिक्री से रॉयल्टी कमा रहा है, तो उसे बार-बार किताब लिखने की जरूरत नहीं होती, लेकिन जब भी कोई उसकी किताब खरीदता है, उसे पैसे मिलते रहते हैं। यही Passive Income है। लिंक

      सारांश (Conclusion):

      Active Income: इसके लिए आपको हर दिन या नियमित रूप से काम करना होता है, जैसे नौकरी, व्यवसाय या फ्रीलांस काम।

      Passive Income: एक बार मेहनत या निवेश करने के बाद, आप बिना रोजाना काम किए भी पैसा कमा सकते हैं, जैसे किराया, निवेश से ब्याज, रॉयल्टी आदि।

      दोनों प्रकार की आय महत्वपूर्ण हैं, और दीर्घकालिक वित्तीय स्वतंत्रता के लिए Passive Income का होना फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह आपके समय की आवश्यकता के बिना भी आय उत्पन्न करता रहता है।

      Leave a Comment