India’s Warren Buffet 2024 : Rakesh Jhunjhunwala

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला), जिन्हें “भारत का (Warren Buffet) वारेन बफेट” कहा जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय निवेशक, व्यापारी और शेयर बाजार के दिग्गज थे। उनका जन्म 5 जुलाई 1960 को मुंबई में हुआ था, और वे भारतीय शेयर बाजार के सबसे सफल और प्रेरणादायक निवेशकों में से एक माने जाते थे। उनकी मृत्यु 14 अगस्त 2022 को हुई।

उनकी कहानी और यात्रा बेहद प्रेरणादायक है क्योंकि उन्होंने बहुत कम पूंजी से शुरुआत करके अपनी समझ और निवेश कौशल से अरबों का साम्राज्य खड़ा किया।

शुरुआती जीवन और शिक्षा:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) का झुकाव आर्थिक और शेयर बाजार की दुनिया की ओर बचपन से ही था। उनके पिता आयकर विभाग में एक अधिकारी थे, और वे अपने पिता से अक्सर शेयर बाजार की चर्चाएं सुना करते थे।

उन्होंने सिडेनहैम कॉलेज से वाणिज्य (कॉमर्स) में स्नातक की पढ़ाई की और बाद में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) की डिग्री प्राप्त की।

निवेश यात्रा:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) ने 1985 में केवल 5,000 रुपये से निवेश करना शुरू किया था, और कुछ ही वर्षों में उन्होंने इसे करोड़ों रुपये में बदल दिया। उनका सबसे पहला बड़ा लाभ टाटा टी (अब टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स) के शेयर से आया था।

उनका निवेश दर्शन दीर्घकालिक था, और वे उन कंपनियों में निवेश करते थे जिनके व्यापार मॉडल, प्रबंधन और विकास की संभावनाओं पर उन्हें विश्वास होता था।

टाइटन, क्रिसिल, लुपिन, और अप्रो एंटरप्राइजेज जैसी कंपनियों में उनके निवेश ने उन्हें अपार लाभ दिया और उनकी पहचान भारतीय शेयर बाजार में बनाई।

निवेश शैली:

झुनझुनवाला की निवेश शैली मुख्य रूप से वैल्यू इन्वेस्टिंग (value investing) पर आधारित थी, जो Warren Buffet (वारेन बफेट) की निवेश शैली के समान थी।

उनका मानना था कि किसी कंपनी में निवेश करने से पहले उसके फंडामेंटल्स (मूलभूत स्थिति), प्रबंधन की क्षमता और दीर्घकालिक विकास की क्षमता को ध्यान में रखना चाहिए।

वे छोटे और मध्यम आकार के कंपनियों में निवेश करना पसंद करते थे, जो दीर्घकाल में बड़ी कंपनियों में बदल सकती थीं।

प्रमुख उपलब्धियाँ:

2022 में उनकी संपत्ति करीब $5.8 बिलियन (45,000 करोड़ रुपये) से अधिक थी।

उन्हें रेयर एंटरप्राइजेज के संस्थापक के रूप में भी जाना जाता है, जो उनका खुद का निवेश फर्म था। इस फर्म के माध्यम से उन्होंने कई छोटी और बड़ी कंपनियों में निवेश किया।

उनके पास अकासा एयर नामक एक एयरलाइन भी थी, जो उनकी मृत्यु से कुछ समय पहले ही लॉन्च हुई थी।

व्यक्तिगत जीवन:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) एक बेहद सरल जीवन जीने वाले व्यक्ति थे, और उन्होंने हमेशा अपने अनुभवों और विचारों को दूसरों के साथ साझा किया।

उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला भी एक निवेशक हैं, और उनके तीन बच्चे हैं।

मृत्यु और विरासत:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) का 14 अगस्त 2022 को मुंबई में निधन हो गया। उनकी मृत्यु ने पूरे भारतीय वित्तीय क्षेत्र को शोक में डाल दिया।

उन्हें उनकी सादगी, दूरदर्शिता और भारतीय शेयर बाजार में अपार योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) की कहानी यह दर्शाती है कि सही सोच, धैर्य और ज्ञान के साथ छोटे निवेश भी बड़े लाभ में बदले जा सकते हैं।

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) की जीवन यात्रा में कुछ और महत्वपूर्ण पहलू हैं जो उन्हें निवेश की दुनिया में अद्वितीय बनाते हैं:

शुरुआती संघर्ष और जोखिम:

झुनझुनवाला का शुरुआती जीवन इतना आसान नहीं था। उनके पास निवेश के लिए बहुत कम पूंजी थी, लेकिन उन्होंने अपनी गहरी वित्तीय समझ का उपयोग करके जोखिम उठाने का साहस किया।

उन्होंने शुरुआती निवेश में सफल होने के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में तेजी से अपना स्थान बनाया। उस समय, उन्होंने खुद को एक होशियार निवेशक के रूप में साबित किया जो सही समय पर सही कंपनियों में निवेश करता था।

2008 के वित्तीय संकट में स्थिरता:

2008 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान, जब शेयर बाजार ध्वस्त हो रहे थे,Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) का आत्मविश्वास और उनका धैर्य प्रेरणादायक था। जहां कई निवेशक बाजार से बाहर हो गए, वहीं उन्होंने लंबी अवधि के दृष्टिकोण से अपने निवेश बनाए रखा और सही समय आने पर भारी मुनाफा कमाया।

ट्रेडिंग और निवेश का सामंजस्य:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) केवल निवेशक ही नहीं थे, बल्कि वे एक सफल ट्रेडर भी थे। वे अपने निवेश और ट्रेडिंग में एक संतुलन बनाए रखते थे। यह उन्हें बाजार की उतार-चढ़ाव के बीच एक मज़बूत स्थिति में रखता था।

उन्होंने हमेशा कहा कि वे ट्रेडिंग से पैसा कमाते थे और उस पैसे को लंबी अवधि के निवेश में लगाते थे।

सामाजिक दृष्टिकोण और दानशीलता:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) केवल एक सफल निवेशक ही नहीं थे, बल्कि वे समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझते थे। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में दान और समाजसेवा पर ध्यान केंद्रित किया।

वे शिक्षा, स्वास्थ्य, और गरीबों के कल्याण के लिए दान देने में भी सक्रिय थे। उनका मानना था कि समाज से जो कुछ उन्होंने कमाया, उसे समाज को वापस देना चाहिए।

मीडिया उपस्थिति और विचारशीलता:

झुनझुनवाला मीडिया में अपनी स्पष्ट राय और विचारों के लिए प्रसिद्ध थे। वे अक्सर भारतीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था, कंपनियों की विकास क्षमता और बाजार की दिशा पर अपने विचार साझा करते थे।

उनका आत्मविश्वास, विनम्रता और ईमानदारी उन्हें जनता के बीच बेहद लोकप्रिय बनाते थे। वे कई बार यह कहते थे कि शेयर बाजार से सीखना और लगातार खुद को बेहतर करना ही सफलता की कुंजी है।

“बिग बुल” की उपाधि:

झुनझुनवाला को भारतीय शेयर बाजार में “बिग बुल” के रूप में भी जाना जाता था। यह उपाधि उन्हें इसलिए दी गई क्योंकि उन्होंने बाजार में बुलिश (तेजी) नजरिया बनाए रखा और लगातार तेजी वाले शेयरों में निवेश किया। उन्होंने बाजार की दीर्घकालिक संभावनाओं में विश्वास बनाए रखा, भले ही अल्पकालिक गिरावटें हो रही हों।

प्रसिद्ध उद्धरण:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) के कई विचार और उद्धरण आज भी निवेशकों को प्रेरणा देते हैं:

“मार्केट को ऊपर-नीचे होने देना चाहिए। अगर यह ऊपर नहीं जाता, तो मैं कभी कुछ नहीं कमाता, और अगर यह नीचे नहीं आता, तो मैं कभी कुछ खरीद नहीं पाता।”

“सबसे बड़ा शिक्षक बाज़ार होता है। बाजार की असफलताएं आपके सबसे अच्छे शिक्षक होते हैं।”

फिल्म और मनोरंजन उद्योग में निवेश:

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) ने शेयर बाजार के बाहर भी अपना विस्तार किया और मनोरंजन उद्योग में रुचि दिखाई। उन्होंने फिल्म निर्माण में भी निवेश किया और कुछ बॉलीवुड फिल्मों का निर्माण किया, जिसमें “इंग्लिश विंग्लिश” जैसी फिल्में शामिल हैं।

बाद के वर्षों में बदलाव:

जीवन के अंतिम वर्षों में, उन्होंने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना किया। लेकिन इसके बावजूद वे सक्रिय रूप से निवेश कर रहे थे और भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य में गहरा विश्वास रखते थे।

Rakesh Jhunjhunwala राकेश झुनझुनवाला की स्थायी विरासत:

उनकी मृत्यु के बाद भी, उनके निवेश के सिद्धांत और उनके द्वारा चुनी गई कंपनियों का प्रभाव भारतीय बाजार में बना हुआ है। उनकी पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने भी उनकी निवेश यात्रा को आगे बढ़ाने का काम किया।

व्यक्तिगत जीवन की सादगी:

झुनझुनवाला का निजी जीवन काफी सरल था। वे मुंबई के मालाबार हिल में रहते थे और अपनी सफलता के बावजूद सादगी में विश्वास रखते थे। उनका रहन-सहन और जीवनशैली बहुत साधारण रही, जो यह दर्शाता है कि वे सिर्फ पैसे के लिए नहीं, बल्कि अपने जुनून और सीखने के लिए काम करते थे।

Rakesh Jhunjhunwala (राकेश झुनझुनवाला) का जीवन यह सिखाता है कि कड़ी मेहनत, धैर्य, और सही ज्ञान के साथ किसी भी परिस्थिति में सफलता पाई जा सकती है। वे सिर्फ एक निवेशक नहीं थे, बल्कि एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे जिन्होंने भारतीय वित्तीय क्षेत्र में गहरा योगदान दिया।

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