वर्षों के समर्पण के बाद एक आरामदायक भविष्य से सुरक्षित करना बहुत सारे लोगों के लिए चिंता का विषय होता है। रिटायरमेंट के बाद के सालों में आराम और अथक परिश्रम से प्राप्त खाली समय की उम्मीद होती है वहीं सुरक्षित रिटायरमेंट बिना किसी प्लानिंग के संभव नहीं होता है। (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से आप अपने रिटायरमेंट के वर्षों के दौरान अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के लिए पैसे की व्यवस्था करते हैं। इसमें रिटायरमेंट के लिए बचत करना,इन्वेस्ट करना,इन्वेस्टमेंट को मैनेज करना, अपने इनकम की सुरक्षा करना आदि शामिल है । एक सक्रिय कदम उठाकर आप इसे सुनिश्चित कर सकते हैंओर रिटायरमेंट की चिताओं से मुक्त होकर अपना जीवन जी सकते हैं।
जब कोई व्यक्ति कमाना शुरू करता है तो साथ ही साथ उसे अपने रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) के बारे में भी सोचना चाहिए। कई बार यह होता है कि लोग रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) के बारे में नहीं सोचते हैं लेकिन रिटायरमेंट एक वास्तविकता है इसलिए हमेशा रिटायरमेंट की एक उचित प्लानिंग होनी चाहिए। जीवन में कई ऐसी घटनाएं होती हैं जो व्यक्ति के बस में नहीं होती इसलिए इसको ध्यान में रखते हुए प्रत्येक व्यक्ति अपने रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) के बारे में जरूर एक व्यवस्थित योजना बनानी चाहिए।
जब किसी व्यक्ति को इस बात की पर्याप्त समझ होती है कि (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग क्या है और यह किस प्रकार किसी के जीवन को प्रभावित कर सकती है तो वह रिटायरमेंट के बाद की चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर तरीके से अपने आप को तैयार कर सकता है (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग जीवन के किसी भी पड़ाव पर शुरू हो सकती है ,लेकिन इसे जितनी जल्दी शुरू किया जाए उतना ही सही है।
जितनी जल्दी आप (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग के बारे में सोचेंगे आपकी सेविंग उतनी ही ज्यादा होगी और निवेश के लिए उतना ही ज्यादा वक्त मिलेगा तथा अपने निवेश पर आप बेहतर रिटर्न हासिल करने का भी समय मिलेगा। इसलिए एक व्यक्ति को 20 से 30 साल के बीच अथवा जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी रिटायरमेंट की प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए इससे उन्हें सेविंग और इन्वेस्टमेंट के लिए ज्यादा समय मिलेगा।
(Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग के साथ-साथ कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
- यदि (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए आप लंबी अवधि का निवेश करते हैं तो यह जानना आवश्यक है कि आपका निवेश ऐसी जगह हो जो इन्फ्लेशन को बीट कर सके उदाहरण के लिए वर्तमान समय में सेविंग अकाउंट के इंटरेस्ट रेट इतने नहीं होते कि वह इन्फ्लेशन को बीट कर सकें लेकिन एक बेहतर फंड में आपका निवेश इन्फ्लेशन को आसानी से बीट कर सकता है और बेहतर लाभ दे सकता है। वर्तमान समय में बहुत सारे म्युचुअल फंड और इंडेक्स फंड ऐसे हैं जो इनफ्लेशन को आसानी से बीट कर सकते हैं और आपके रिटायरमेंट की चिताओं से मुक्त कर सकता है।
- इसके साथ-साथ यह भी आवश्यक है कि आप टैक्स के नियमों को भी जान लें। ऐसे फंड में लंबी अवधि के लिए निवेश करें जहां टैक्स में छूट मिलती है। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि आपके लाभ पर इतना ज्यादा टैक्स लग जाता है जो आपके लाभ की प्रतिशतता को कम कर देता है
- (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग करने के साथ-साथ इमरजेंसी फंड भी तैयार करने की जरूरत है क्योंकि अगर आप इमरजेंसी फंड नहीं रखते हैं और अचानक से आपको पैसे की जरूरत पड़ जाए तो आपको अपनी सेविंग और इन्वेस्टमेंट को तोड़ना पड़ता है जिससे आपके रिटायरमेंट प्लानिंग में समस्या आ सकती है। यदि आप एक इमरजेंसी फंड रखते हैं तो आपकी सेविंग और निवेश में बाधा नहीं आएगी।
- (Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग के साथ-साथ टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस जैसी चीज जरूर लेनी चाहिए यह आपको आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने में सहायता प्रदान करती। लिंक
(Retirement Planning) रिटायरमेंट प्लानिंग जीवन भर आर्थिक रूप से सुरक्षित की गारंटी प्रदान करता है चाहे व्यक्ति किसी नौकरी में हो अथवा बिजनेस में हो इससे व्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त होती है बुढ़ापे में वह अपने परिवार का बोझ नहीं बनता है अपने खर्चे के लिए किसी और पर निर्भर नहीं रहता है और वह एक अच्छी जीवन शैली जी सकता है। इसी के साथ-साथ उसे मानसिक शांति प्राप्त होती है अपने दीर्घकालिक और अल्पकालिक खर्चों को पूरा करने के लिए पैसे का प्रबंध करने की चिंता से वह मुक्त होता है । रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) लंबे समय तक सुखी और स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने का एक प्रभावित तरीका है।