Income Tax Notice 2024: भूलकर भी न करे ये गलती नहीं तो आ सकता है Notice

भारत में नकद लेनदेन के बढ़ते मामलों को देखते हुए, Income Tax विभाग ने कुछ विशेष नियम और दिशानिर्देश निर्धारित किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। इन नियमों का उद्देश्य वित्तीय लेनदेन में पारदर्शिता लाना और कर चोरी को नियंत्रित करना है। यदि कोई व्यक्ति इन नियमों का पालन नहीं करता है तो उसे Income Tax Notice का सामना करना पड़ सकता है। आइए, इन नियमों के प्रमुख बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं।

10 लाख रुपये से अधिक कैश जमा पर नियम

    यदि आप किसी भी बैंक खाते में एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक नकद जमा करते हैं, तो आपकी यह जानकारी Income Tax विभाग तक पहुंचाई जाती है। बैंक द्वारा यह जानकारी सीधा Income Tax विभाग को दी जाती है, ताकि बड़े लेनदेन पर निगरानी रखी जा सके। इस सीमा को पार करने पर आपको अपने Income Tax रिटर्न (ITR) में इसका खुलासा करना आवश्यक है।

    करंट अकाउंट में 50 लाख रुपये से अधिक कैश जमा पर नियम

      व्यापारियों और कंपनियों के लिए करंट अकाउंट का उपयोग होता है, और ऐसे खातों में एक वित्तीय वर्ष में 50 लाख रुपये से अधिक नकद जमा करने पर बैंक इस लेनदेन की जानकारी Income Tax विभाग को देता है। यह नियम मुख्य रूप से व्यापारियों और बड़ी कंपनियों के लिए है, ताकि उनके बड़े नकद लेनदेन की जांच की जा सके और अनावश्यक जोखिम से बचा जा सके।

      1 करोड़ रुपये से अधिक नकद निकासी पर TDS लागू

        Income Tax नियमों के अनुसार, अगर आप किसी बैंक खाते से एक वित्तीय वर्ष में 1 करोड़ रुपये से अधिक नकद निकालते हैं, तो इस निकासी पर TDS (स्रोत पर कर कटौती) लागू होता है। इस नियम का उद्देश्य बड़े नकद निकासी को हतोत्साहित करना और बड़े नकद लेनदेन पर Income Tax विभाग की नजर बनाए रखना है। बड़े कैश निकासी करने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को इस सीमा का ध्यान रखना चाहिए।

        2 लाख रुपये से अधिक के नकद ट्रांजेक्शन पर रोक

          एक बार में 2 लाख रुपये से अधिक नकद लेनदेन करने पर Income Tax नियमों के तहत रोक है। इसका मतलब है कि चाहे वह किसी भी प्रकार का लेनदेन क्यों न हो, जैसे नकद खरीदारी, नकद ऋण, या अन्य कोई नकद भुगतान, 2 लाख रुपये से अधिक की राशि नकद में लेनदेन करना गैरकानूनी है। इस सीमा का उल्लंघन करने पर आपको Income Tax विभाग की ओर से नोटिस मिल सकता है और भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है।

          50,000 रुपये से अधिक के नकद लेनदेन पर PAN अनिवार्य

            यदि आप बैंक में 50,000 रुपये से अधिक नकद जमा करते हैं या निकासी करते हैं, तो आपको अपना PAN नंबर अनिवार्य रूप से देना होगा। बिना PAN नंबर के बड़े नकद लेनदेन करने पर Income Tax विभाग को संदेह हो सकता है, और इस पर जांच हो सकती है। इससे बचने के लिए सुनिश्चित करें कि आप बड़े नकद लेनदेन के समय अपना PAN नंबर जरूर प्रस्तुत करें।

            निष्कर्ष

            Income Tax विभाग के ये नियम नकद लेनदेन में पारदर्शिता बनाए रखने और कर संग्रहण को सुगम बनाने के लिए हैं। इन नियमों का उल्लंघन करने पर आपको आयकर विभाग से नोटिस आ सकता है और आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है। इसलिए, बड़े नकद लेनदेन करते समय इन नियमों का पालन अवश्य करें और अपने वित्तीय लेनदेन का उचित रूप से खुलासा करें।

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