Mphasis अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की दोबारा जीत की खबर भारतीय IT स्टॉक्स के लिए सकारात्मक संकेत दे सकती है। पिछले कार्यकाल के दौरान, ट्रम्प प्रशासन की नीति से NASDAQ इंडेक्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिससे भारतीय IT कंपनियों के शेयरों में भी उछाल देखा गया था। इस बार भी ट्रम्प की जीत से भारतीय IT सेक्टर को एक नया मोमेंटम मिलने की संभावना है, खासकर उन कंपनियों को जिनका राजस्व प्रमुख रूप से अमेरिकी बाजारों से आता है।
अमेरिकी बाजार में भारतीय IT कंपनियों का वर्चस्व
भारतीय IT कंपनियों का बड़ा हिस्सा अपने राजस्व के लिए अमेरिकी बाजारों पर निर्भर करता है। TCS, HCL, Infosys, Wipro, और LTIMindtree जैसी कंपनियों का लगभग 50-60% राजस्व यूएस से आता है। लेकिन इनमें से सबसे अधिक यूएस-निर्भरता Mphasis Ltd. में देखने को मिलती है, जिसका 70% रेवेन्यू अमेरिका से आता है। इसलिए, Mphasis अमेरिकी बाजार में आई किसी भी उछाल से सबसे अधिक प्रभावित होती है।
बुधवार को Mphasis के शेयर 1.40% की बढ़त के साथ 2,898 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस स्टॉक का पिछले 12 महीनों का पीई रेशो 34.56 गुना है, जो इसे एक उच्च मूल्यांकन पर रखता है। कंपनी की प्रमोटर होल्डिंग भी मजबूत है, जिसमें 30 सितंबर, 2024 तक प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 40.32%, एफआईआई की 18.25%, और डीआईआई की 36.54% रही।
सपोर्ट लेवल पर Mphasis: तकनीकी विश्लेषण
Mphasis के चार्ट विश्लेषण के अनुसार, स्टॉक का प्रमुख सपोर्ट लेवल 2840 रुपये है। इस स्तर से, जुलाई 2024 से ही स्टॉक में बाउंस बैक देखने को मिल रहा है। यह सपोर्ट लेवल मजबूत होने के कारण, बाजार में अनुकूल परिस्थितियों के साथ, निवेशकों के लिए यह एक सुरक्षित एंट्री पॉइंट हो सकता है। बाजार में सकारात्मक धारणा और ट्रम्प की जीत से मिली संभावित वृद्धि से स्टॉक की प्राइस में उछाल संभव है, जिससे आने वाले दिनों में Mphasis निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर सकता है।
वित्तीय प्रदर्शन में सुधार
Mphasis ने हाल ही में अपना वित्तीय प्रदर्शन सुधारा है। सितंबर तिमाही में कंपनी का राजस्व 3.3% बढ़कर 3,536.1 करोड़ रुपये पहुंच गया। ब्याज और टैक्स से पहले इसका EBIT 544.2 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही के 513.5 करोड़ रुपये से अधिक है। कंपनी का मार्जिन भी 15.4% पर पहुंचा, जो पिछले तिमाही के 15% की तुलना में 40 बेसिस पॉइंट अधिक है। इसका शुद्ध लाभ भी 4.6% की बढ़ोतरी के साथ 423.3 करोड़ रुपये हो गया है।
वर्टिकल्स में वृद्धि
Mphasis के टेक्नोलॉजी, मीडिया और टेलीकॉम वर्टिकल्स में भी सकारात्मक विकास हुआ है, जो पिछली तिमाही से 5.6% बढ़ा है। इसके अलावा, कंपनी का बैंकिंग और वित्तीय सेवा (BFS) व्यवसाय भी 3.2% की दर से बढ़ा है, जो इसे एक मजबूत और विविधीकृत पोर्टफोलियो प्रदान करता है।
ट्रम्प की जीत और भारतीय IT सेक्टर
डोनाल्ड ट्रम्प की जीत से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के पुनरोद्धार और व्यापारिक माहौल में सुधार की संभावना है, जो IT कंपनियों के लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। पिछली बार ट्रम्प के कार्यकाल में भारतीय IT कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया था, खासकर उन कंपनियों ने जो यूएस के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी निवेशों का हिस्सा बनी थीं।
इस बार भी ट्रम्प की नीति यदि व्यापारिक माहौल को और अनुकूल बनाती है, तो यह भारतीय IT सेक्टर, विशेषकर Mphasis, TCS, HCL, और Infosys जैसी कंपनियों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
भारतीय IT सेक्टर में निवेशकों के लिए Mphasis एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, विशेष रूप से जब ट्रम्प की जीत का सकारात्मक प्रभाव यूएस टेक सेक्टर पर पड़ेगा। स्टॉक का मजबूत सपोर्ट लेवल, कंपनी का बढ़ता हुआ रेवेन्यू, और विभिन्न वर्टिकल्स में विस्तार Mphasis को आगामी दिनों में एक महत्वपूर्ण दावेदार बनाता है।
डिस्क्लेमर
स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है