वॉरेन बफे की कंपनी Berkshire Hathaway द्वारा एपल में 50% हिस्सेदारी बिक्री: कैश स्टॉक बढ़कर ₹27.36 लाख करोड़

दिग्गज अमेरिकी निवेशक और अरबपति वॉरेन बफे, जिनकी उम्र 94 वर्ष है, दुनिया के सबसे प्रमुख निवेशकों में से एक माने जाते हैं। उनकी कंपनी Berkshire Hathaway Inc ने आईफोन निर्माता कंपनी, एपल में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी है, जिससे उनकी कैश होल्डिंग में भारी इजाफा हुआ है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब Berkshire Hathaway की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है और उनकी कैश होल्डिंग 325.2 बिलियन डॉलर (लगभग ₹27.36 लाख करोड़) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच चुकी है।

एपल में Berkshire Hathaway का निवेश: एक ऐतिहासिक पड़ाव

Berkshire Hathaway ने पहली बार 2016 में एपल में निवेश किया था, जिसके बाद से इस निवेश का मूल्य लगातार बढ़ता गया। साल 2021 के अंत तक, Berkshire Hathaway के पास एपल के 908 मिलियन शेयर थे जिनकी कीमत लगभग 31.1 बिलियन डॉलर थी। तब से Berkshire Hathaway ने एपल में अपनी हिस्सेदारी कई बार बेची है, जिससे उन्हें भारी लाभ हुआ है। हाल ही में, तीसरी तिमाही में Berkshire Hathaway की एपल में हिस्सेदारी घटकर 69.9 बिलियन डॉलर रह गई है, जो दूसरी तिमाही में 84.2 बिलियन डॉलर थी।

कैश स्टॉक में वृद्धि और बफे की रणनीति

एपल में हिस्सेदारी बेचने के बाद वॉरेन बफे का कैश स्टॉक 325.2 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो कंपनी के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। बफे ने इस साल के दौरान अपने कुछ अन्य स्टॉक्स को भी बेचा है। दूसरी तिमाही में उन्होंने 75.5 बिलियन डॉलर मूल्य के विभिन्न कंपनियों के शेयर बेचे थे। इस नेट सेलिंग के माध्यम से बफे ने अपनी पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित करने और कैश रिजर्व को मजबूत करने का प्रयास किया है।

बर्कशायर का एपल से लाभ उठाने का दृष्टिकोण

वॉरेन बफे हमेशा से टेक्नोलॉजी सेक्टर के बारे में सावधानीपूर्वक विचार करते रहे हैं, लेकिन एपल उनके लिए एक अपवाद रहा है। एपल की बढ़ती मांग, नए उत्पाद लॉन्च, और ग्राहकों के प्रति उसके ब्रांड की विश्वसनीयता ने बफे को इसमें दीर्घकालिक निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में कंपनी की भारी वृद्धि और उसकी ऊंची कीमत को देखते हुए, बफे ने अपने कुछ शेयरों को लाभ उठाने के लिए बेचने का निर्णय लिया है।

Berkshire Hathaway के शेयर पुनर्खरीद पर विचार

हाल ही में बर्कशायर के शेयरों में भी 25% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे उसकी मार्केट वैल्यू 974.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। अगस्त में, बर्कशायर का मार्केट कैप पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया था। बफे ने कुछ शेयरों को पुनः खरीदने के लिए कैश स्टॉक का भी उपयोग किया है। हालांकि, पिछली तिमाही में कंपनी ने अपनी खुद के शेयर को वापस खरीदने से मना कर दिया था, जो कि उनकी नई पॉलिसी के तहत एक विशेष निर्णय है।

इंश्योरेंस व्यवसाय में चुनौतियां

बर्कशायर का प्राइमरी बिजनेस इंश्योरेंस भी कुछ चुनौतियों का सामना कर रहा है। पिछले साल की तुलना में अंडरराइटिंग से होने वाली अर्निंग में 69% की गिरावट आई है। यह एक साल पहले के 2.4 बिलियन डॉलर से घटकर 750 मिलियन डॉलर रह गई है। हालांकि, बफे ने इस गिरावट को स्थायी नहीं माना है और इसे एक अस्थायी समस्या के रूप में देखा है।

दुनिया के 6वें सबसे अमीर व्यक्ति

फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलेनियर लिस्ट के अनुसार, वॉरेन बफे इस समय 11.96 लाख करोड़ रुपये की नेट वर्थ के साथ दुनिया के 6वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। इस सूची में सबसे ऊपर टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक, इलॉन मस्क हैं, जिनकी नेट वर्थ 22.15 लाख करोड़ रुपये है।

निष्कर्ष

वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे द्वारा एपल में अपनी हिस्सेदारी का आंशिक रूप से बिक्री करना, कंपनी की दीर्घकालिक वित्तीय योजना का हिस्सा माना जा सकता है। कैश होल्डिंग्स को बढ़ाकर, बफे ने अपनी कंपनी को संभावित जोखिमों से सुरक्षित रखने और नए अवसरों का लाभ उठाने के लिए एक ठोस आधार तैयार किया है।

डिस्क्लेमर

स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं। कृपया निवेश करने से पहले खुद की रिसर्च करें या फिर अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें और उसके अनुसार ही निर्णय लें। इस आर्टिकल में दी गई सूचनाओं का उद्देश्य आम जनों के साथ निवेशकों और ट्रेडर्स को जागरूक करना और उनकी जानकारी में वृद्धि करना है

Leave a Comment