HDB Financial Services IPO: सेबी के पास दाखिल हुआ 12,500 करोड़ रुपये का आईपीओ प्रस्ताव

एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनी HDB Financial Services लिमिटेड ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है। इस IPO के माध्यम से HDB Financial Services लगभग 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इसमें 2,500 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू और 10,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा।

HDB Financial Services IPO का विवरण

HDB Financial Services का यह IPO दो हिस्सों में विभाजित है। पहले हिस्से में कंपनी फ्रेश इश्यू के माध्यम से 2,500 करोड़ रुपये जुटाएगी। यह इश्यू 10 रुपये फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयरों का होगा। दूसरे हिस्से में एचडीएफसी बैंक, जो HDB Financial Services का प्रमोटर है, 10,000 करोड़ रुपये मूल्य की अपनी हिस्सेदारी का ऑफर फॉर सेल करेगा। सेबी की मंजूरी मिलने के बाद IPO की कीमत, शेयर अलॉटमेंट और अन्य विवरण निर्धारित किए जाएंगे।

IPO के बाद हिस्सेदारी में बदलाव

फिलहाल एचडीएफसी बैंक के पास HDB Financial Services में 94.64% हिस्सेदारी है। IPO के बाद भी एचडीबी फाइनेंशियल, एचडीएफसी बैंक की सहायक कंपनी बनी रहेगी, लेकिन ऑफर फॉर सेल के कारण बैंक की हिस्सेदारी में कुछ कमी आएगी।

फंड का उपयोग

फ्रेश इश्यू से जुटाई गई रकम का उपयोग मुख्य रूप से टियर I कैपिटल बेस को मजबूत करने, भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और व्यवसाय के विस्तार में किया जाएगा। HDB Financial Services के अनुसार, इन फंड्स से उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और उसकी विकास की योजनाओं को समर्थन मिलेगा।

लीड बुक रनिंग मैनेजर्स

HDB Financial Services IPO में कई प्रमुख निवेश बैंक और फाइनेंशियल एडवाइजरी कंपनियां लीड बुक रनिंग मैनेजर के रूप में नियुक्त की गई हैं। इनमें जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, बीएनपी पारिबा, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया लिमिटेड, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड, मॉर्गन स्टेनली इंडिया, मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज (इंडिया), और नुवामा वेल्थ मैनेजमेंट लिमिटेड शामिल हैं।

आरबीआई का निर्देश

यह IPO भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एक आदेश के तहत आया है। दरअसल, आरबीआई ने बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय सेवा कंपनियों (NBFC) को वित्त वर्ष 2025 तक शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने का निर्देश दिया है। इस निर्देश का उद्देश्य इन कंपनियों की पारदर्शिता बढ़ाना और उनके परिचालन को सख्त नियमों के अधीन करना है।

निष्कर्ष

HDB Financial Services का IPO भारतीय बाजार में एक महत्वपूर्ण इवेंट साबित हो सकता है। यह IPO निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर प्रदान करेगा, विशेषकर ऐसे समय में जब भारतीय शेयर बाजार में लगातार सुधार देखा जा रहा है।

डिस्‍क्‍लेमर

शेयर बाजार में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। इस आर्टिकल का उद्देश्य वित्तीय साक्षरता प्रदान करना है, यह निवेश की सलाह नहीं है, कृपया निवेश से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से परामर्श अवश्य कर लें।

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